क्या होता है हमारे साथ..पता है !
सालभर में अपनी वाली से सिर्फ एक-दो बार मिलने का सौभाग्य प्राप्त होता है.
उसका इंतज़ार करते, मिस करते प्राण सूखने से लगते है.. तो दिल की आवाज सुन मोबाइल वाइब्रेट होता है..
वो अपनी फ़ोटो भेजती है और पूछती है
"साहिब, कैसी लग हूँ मैं"?
हार्ट जोर से बीट करने लगता है..और हलक से आवाज आती है
"वाह..क्या लड़की पटाये हो तुम !"
हम दस मिनट तक तो आंखे मोबाइल में
डालकर निहारते रहते है अपनी स्वप्नसुंदरी को
उन दस मिनट में दस हजार से भी ज्यादा ख्याल आते है
फिर लास्ट की दो मिनट में मोबाइल की स्क्रीन को किस कर-कर के स्क्रीन का हुलिया बिगाड़ देते है..
खुद को राइटर कहते है फिर भी तमाम कोशिशों के बावजूद जवाब में सिर्फ रेड वाला हार्ट भेज पाते हैं !!
: आयु ❤🌸
सालभर में अपनी वाली से सिर्फ एक-दो बार मिलने का सौभाग्य प्राप्त होता है.
उसका इंतज़ार करते, मिस करते प्राण सूखने से लगते है.. तो दिल की आवाज सुन मोबाइल वाइब्रेट होता है..
वो अपनी फ़ोटो भेजती है और पूछती है
"साहिब, कैसी लग हूँ मैं"?
हार्ट जोर से बीट करने लगता है..और हलक से आवाज आती है
"वाह..क्या लड़की पटाये हो तुम !"
हम दस मिनट तक तो आंखे मोबाइल में
डालकर निहारते रहते है अपनी स्वप्नसुंदरी को
उन दस मिनट में दस हजार से भी ज्यादा ख्याल आते है
फिर लास्ट की दो मिनट में मोबाइल की स्क्रीन को किस कर-कर के स्क्रीन का हुलिया बिगाड़ देते है..
खुद को राइटर कहते है फिर भी तमाम कोशिशों के बावजूद जवाब में सिर्फ रेड वाला हार्ट भेज पाते हैं !!
: आयु ❤🌸
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